दुनिया में तीसरी वरीयता प्राप्त टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल ने विंबलडन और टोक्यो ओलंपिक से हटने का फैसला किया। उन्होंने नाम वापस लेने के लिए अपनी तैयारी और फिटनेस का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले फ्रेंच ओपन खत्म हुआ है। जुलाई के प्रथम सप्ताह से विंबलडन टूर्नामेंट शुरू होने वाला है। दोनों टूर्नामेंटों के बीच केवल 14 दिन का अंतर रखा गया है। 35 वर्षीय नडाल ने कहा कि क्ले कोर्ट पर खेलने के बाद इतना जल्दी शरीर को रिकवर करना आसान नहीं होता है। ऐसे में मेरे लिए इन टूर्नामेंटों में खेलना असंभव सा था।

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35 साल के नडाल ने कहा कि यह फैसला लेना मेरे लिए बहुत ज्यादा कठिन था, लेकिन अपने शरीर और फिटनेस को देखते हुए और अपने करियर को बड़ा करने के लिए यह फैसला लेना अत्यंत जरूरी था। उन्होंने कहा कि मैं लक्ष्यों को हासिल करने के लिए शीर्ष स्तर पर अपना दम दिखाना चाहता हूं, क्योंकि इससे मुझे खुशी मिलती है। गौरतलब है कि ‘लाल मिट्टी के बादशाह’ राफेल नडाल को पिछले हफ्ते फ्रेंच ओपन ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। सर्बियाई स्टार नोवाक जोकोविच ने चार से ज्यादा घंटे तक चले इस मुकाबले में नडाल को आसान शिकस्त दी थी।

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