बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर पिछले दिनों हुए पार्सल विस्फोट के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हैदराबाद से लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को बुधवार को अरेस्ट कर लिया। NIA के प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि दो आतंकी जिनके नाम क्रमशः इमरान मलिक उर्फ इमरान खान और उसका भाई मोहम्मद नासिर खान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा देश भर में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए रची गई साजिश का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि दोनों को कल यानि बुधवार को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि दोनों आरोपी मूल रूप से उत्तर प्रदेश में शामली जिले के निवासी हैं।
देश भर में आतंकी हमलों को अंजाम देने की फ़िराक में थे आरोपी
मालूम हो कि NIA ने 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर एक पार्सल में हुए विस्फोट की जांच अपने हाथ में ली थी और उसके बाद से ही कई संदिग्ध NIA (National Investigation Agency) के निशाने पर थे। जांच से पता चला कि पार्सल सिकंदराबाद में बुक किया गया था और सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस से वहां पहुंचा था। जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि घटनास्थल के दौरे के बाद और NIA की जांच टीम द्वारा महत्वपूर्ण सुराग हासिल करने के बाद प्रारंभिक जांच और आरोपी व्यक्तियों से पूछताछ में पता चला है कि, लश्कर के शीर्ष आतंकवादियों द्वारा देश भर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए देश के बाहर से खतरनाक साजिश रची गई है।
NIA arrests 02 Lashkar-e-Taiba ( LeT) terrorists in Darbhanga, Bihar Railway Station Case pic.twitter.com/r13gHQtLIX
— NIA India (@NIA_India) June 30, 2021
उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान स्थित आकाओं के निर्देश पर दोनों गिरफ्तार आरोपियों ने विस्फोटक (आईईडी) को कपड़े के पार्सल में पैक कर ट्रेन में रख दिया। उन्होंने कहा कि आतंकियों की मंशा चलती ट्रेन में विस्फोट और आग लगाना था ताकि बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान होता। NIA के प्रवक्ता ने कहा, आतंकी नासिर खान वर्ष 2012 में अवैध रूप से पाकिस्तान (Pakistan) गया था और स्थानीय रूप से उपलब्ध केमिकलों से आईईडी (IED) बनाने के लिए लश्कर से प्रशिक्षण प्राप्त किया था। वह अपने भाई इमरान के साथ कोड वाले संचार यंत्रों (Coded Communication Instruments) के जरिए पाकिस्तान स्थित अपने आकाओं के संपर्क में था। आपको बता दें कि गिरफ्तार आरोपियों को पटना की विशेष एनआईए (NIA) अदालत में पेश किया जाएगा।