अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने आज मंगलवार को बच्चों पर कोरोना संक्रमण के संभावित प्रभाव पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उनका कहना है कि विश्व या भारत के आंकड़ों को देखा जाए तो अभी तक ऐसा कोई आंकड़ा सामने नहीं आया जिससे ये पता चलता हो कि बच्चों में अब संक्रमण का ज्यादा खतरा है। उन्होंने कहा कि अभी तक ऐसा कोई भी साक्ष्य नहीं मिला है जिससे ये पता चलता हो कि अगर कोरोना वायरस की अगली लहर आएगी तो बच्चों ज्यादा प्रभावित होंगे।
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No data, global or Indian, has had any observations of children being affected more. Even in the 2nd wave kids who were infected had mild illness or co-morbidities. I don't think we will have a serious infection in children in the future: Dr Randeep Guleria, AIIMS Director pic.twitter.com/q4w7ceurDr
— ANI (@ANI) June 8, 2021
स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोना वायरस के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. लव अग्रवाल ने बताया- जहां 7 मई को देश में प्रतिदिन 4,14,000 मामले दर्ज किए गए थे वो अब 1 लाख से भी कम हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में 86,498 मामले देश में दर्ज किए गए। यह 3 अप्रैल के बाद अब तक एक दिन के सबसे कम मामले हैं। उन्होंने कहा कि 3 मई को देश में रिकवरी रेट 81.8 फीसदी था, अब रिकवरी रेट बढकर 94.3 फीसदी हो गया है। पिछले 24 घंटों में देश में 1,82,000 लोग स्वस्थ हुए हैं। हर राज्य में अब रिकवरी की संख्या प्रतिदिन दर्ज किए जा रहे मामलों की संख्या से ज्यादा है। आंकड़ों के अनुसार जहाँ 4 मई को देश में 531 ऐसे जिले थे, जहां प्रतिदिन 100 से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे थे, ऐसे जिले अब घटकर 209 रह गए हैं।