ईरान में हाल ही में संपन्न हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में देश के शीर्ष नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के कट्टर समर्थक एवं कट्टरपंथी न्यायपालिका के प्रमुख इब्राहीम रईसी ने बड़े अंतर से जीत हासिल की। हलांकि, ऐसी रिपोर्ट सामने आ रही हैं कि राष्ट्रपति पद के लिए मतदानों में देश के इतिहास में इस बार सबसे कम मतदान हुआ है। प्रारंभिक काउंटिंग परिणाम के अनुसार, रईसी ने लगभग एक करोड़ 78 लाख वैध मत हासिल किए। चुनावी दौर में एकमात्र उदारवादी उम्मीदवार अब्दुल नासिर हेम्माती बहुत पीछे रहे गए। बहरहाल, खामेनेई ने रईसी के सबसे शक्तिशाली उम्मीदवार को अयोग्य करार दे दिया था, जिसके बाद न्यायपालिका प्रमुख ने यह बड़ी जीत हासिल की।
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#Raisi, the head of the judiciary whose black turban signifies direct descent from Prophet Muhammad (PBUH), is seen as close to the 81-year-old supreme leader, #AyatollahAliKhamenei, who has ultimate political power in #Iran.https://t.co/6fXhpM0TDM
— The Daily Star (@dailystarnews) June 19, 2021
रईसी की राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी के कारण ईरान में अधिकांश मतदाता मतदान के प्रति उदासीन नजर आए और पूर्व कट्टरपंथी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद सहित कई लोगों ने चुनाव के बहिष्कार का आह्वान किया। ईरान के गृह मंत्रालय में चुनाव मुख्यालय के प्रमुख-अधिकारी जमाल ओर्फ ने बताया कि प्रारंभिक परिणामों में, पूर्व रेवोल्यूशनरी गार्ड कमांडर मोहसिन रेजाई ने 33 लाख मत हासिल किए और हेम्माती को 24 लाख मत मिले। एक अन्य उम्मीदवार आमिर हुसैन गाजीजादा हाशमी को 10 लाख मत मिले।
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